सूरज गायब हो जाए तो क्या हो होगा। नमस्कार दोस्तों मैं व्यर्थ बैठा था तो मेरे मन में आया अगर सूरज गायब हो जाए तो क्या होगा। मेरे मन में आया दोस्तों फिर मैंने सोचा क्यों ना इस पर पोस्ट लिखा जाए।यह दोस्त एक तरह से कल्पनीय है लेकिन दोस्तों यह पोस्ट काफी रोमांचक होने वाला है। चलिए जानते हैं।
दोस्तों सूरज हमारी जिंदगी का सबसे जरूरी अंग है। इसके बिना धरती पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पृथ्वी के एक साइड दिन होता है और एक साइड रात। अगर सूरज गायब होता है तो कुछ देर तक सब कुछ नॉर्मल ही रहेगा। क्योंकि धरती पर सूर्य की रोशनी को पहुंचने में 8 मिनट 20 सेकंड लगते हैं। सबसे पहले 8 मिनट 20 सेकंड के बाद पृथ्वी के चारों ओर अंधेरा छा जाएगा। पृथ्वी के दूसरे साइड जिस साइड रात होगी कुछ देर बाद वहां के लोगों को भी पता चल जाएगा कि जिस साइड दिन था वहां पर अचानक रात हो गई है।लोगों को तारे और चांद भी नहीं दिखाई देगा क्योंकि आपको पता है कि सूर्य की रोशनी के कारण ही तारे और चांद चमकते हैं। लोगों को कुछ समझ ही नहीं आएगा कि अचानक क्या हो गया है। सूरज हमें रोशनी देता है उसके बिना अंधेरा हो जाएगा।
सूरज के बिना पेड़ पौधे अपना भोजन नहीं बना पाएंगे।और यदि पेड़ पौधे अपना भोजन नहीं बना पाएंगे तो छोटे से लेकर बड़े जीव तक सभी को पृथ्वी पर रहना मुश्किल हो जाएगा।सूरज से हमें विटामिन डी मिलता है जो हमारे सेहत के लिए काफी अच्छा होता है। सूरज के बिना बारिश नहीं हो सकती है। सूरज के कारण नदियों आदि का पानी वाष्प बनता है फिर बादल वर्षा देते हैं। और फिर कुछ समय बाद पेड़ पौधे ऑक्सीजन देना बंद कर देंगे। सारी दुनिया को कुछ समझ ही नहीं आएगा। पृथ्वी पर धीरे-धीरे वातावरण ठंडा होने लगेगा।धीरे-धीरे इसलिए क्योंकि धरती के अंदर ऐसी बहुत सारी ऊर्जा है और ज्वालामुखी कारण यह क्रिया काफी धीरे धीरे होगी। जिसके कारण अभी भी गर्मी होगी। सब लोग सूरज के आने का इंतजार कर रहे होंगे। किसी भी देश की सरकार कुछ भी नहीं कर पाएंगे।
धीरे-धीरे तापमान कम होने लगेगा जानवर और पेड़ पौधे इस बदलते मौसम के कारण कमजोर होने लगेंगे। इतना सब कुछ होने के बावजूद भी इसका असर ज्वालामुखी के आसपास वाले समुद्री जीव पर नहीं पड़ेगा। पृथ्वी के अंदर मौजूद ऊर्जा 2 से 3 दिन में खत्म हो जाएगी। और धीरे-धीरे पृथ्वी पर मौजूद सारा पानी लिक्विड से बर्फ बन जाएगा । जिस से बाद सभी समुद्री जीव मर जाएंगे।
समुंदर के पानी के बर्फ बनते ही इंटरनेट पूरी तरह से बंद हो जाएगा। Optical fibre cables समुंदर के अंदर बिछाए जाते हैं। यह Optical fibre cables समुद्र के पानी के बर्फ बन जाने के कारण न सब कुछ नष्ट हो जाएगा। उसके बाद बिजली भी चली जाएगी। क्योंकि बिजली भी पानी से ही बनता है। यानी कि कोई भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट काम नहीं करेगा। पृथ्वी पर मौजूद ज्यादा कर पेड़ पौधे नष्ट हो जाएंगे। पेड़ पौधों के नष्ट हो जाने के कारण शाकाहारी जानवरों को भोजन नहीं मिल पाएगा। जिस कारण उनकी मौत होनी शुरू हो जाएगी।
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सूरज जी वो चीज है जो अपने को गुरुत्वाकर्षण बल की मदद से धरती को अपने चारों और घूमाता है। लेकिन अगर सूरज गायब हो जाता है तो इसके उलट होगा। सभी ग्रह अपनी अपनी दिशा से भटक जाएंगे।पृथ्वी भी किसी के कंट्रोल में नहीं रहेगा और अंतरिक्ष के इधर उधर घूमने लगेगा ।
एक महीने बाद धरती बर्फ के कारण पूरी तरह से सफेद हो जाएगी। जानवर और पेड़ पौधे खत्म होने की कगार पर होंगे। समुंदर में बर्फ जम जाने की वजह से सभी समुंदरी जीव मर जाएंगे।ज्वालामुखी के आसपास वाली नदियों में पानी जमा नहीं रहेगा। एक दो महीने बाद इंसानों सहित जीवों का अस्तित्व मिट जाएगा।
और साथ ही सूरज के गुरुत्वाकर्षण बल के बिना पृथ्वी अंतरिक्ष में इधर-उधर घूमती रहेगी।यह संभव है कि घूमते घूमते पृथ्वी किसी बड़े पत्थर से टकरा जाएगी या ब्लैक होल में समा जाएगी ।
यानी कि सूरज के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं हो सकता है। और सूरज के बिना पृथ्वी कुछ महीनों में ही पूरी तरह नष्ट हो जाएगी।
उम्मीद है दोस्तों आप लोगों को समझ आ गया होगा अगर सूरज ना होगा तो क्या होगा। आगे भी ऐसे छोटे से छोटे जानकारी के लिए हमें फॉलो जरूर करें। नीचे लाल बटन को दबाकर आप हमें यूट्यूब पर भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
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