Tiktok competition apps //क्या कोई कंपनी कभी Tiktok. को टक्कर भी दे पाएगी।
सरकार द्वारा चीनी शॉर्ट वीडियो प्लेटफार्म टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद देश में Tiktok की जगह पर लोगों द्वारा इंडियन एप्स मित्रों ,चिंगारी,moj और रोपोसो जैसे ना जाने कितने एप्लीकेशन लांच किए गए।लेकिन क्या कोई कंपनी Tiktok को टक्कर दे पाएगी तो इसका जवाब है बिल्कुल भी नहीं। जी हां मैं आप को बड़े ही आसान भाषा में समझाता हूं।
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इंडियन ऐप्स का इस्तेमाल लगातार बढ़ता जा रहा है लेकिन एक्सपर्ट्स की माने तो इस ऐप पर कोई भी कंटेंट क्रिएटर ज्यादा देर तक टिक नहीं पा रहा है। देसी एप्लीकेशन द्वारा टिक टॉक को टक्कर देना भैंस के आगे बीन बजाना जैसा है । क्योंकि किसी भी एप्लीकेशन के सिर्फ डाउनलोड बढ़ाना जरूरी नहीं है उससे कई गुना ज्यादा जरूरी अपने कस्टमर्स को अपने साथ बांधकर रखना है। एप्लीकेशन को ज्यादा लोकप्रिय बनाने के लिए इसमें तरह-तरह के फीचर नई नई चीजें देना बहुत ज्यादा जरूरी है ताकि कस्टमर इस पर रोक सके। कंपनी में निवेश की जरूरत होती है। लेकिन ऐसा कुछ भी इंडियन कंपनीज नहीं कर पा रही है इंडियन कंपनी सिर्फ पैसा ही कमाने की सोच रही है। मेरे हिसाब से शायद इनके पास ऐसी क्षमता भी नहीं जिसे देखकर कोई बड़ी कंपनी इसमें निवेश करना चाहती हो। tiktok जैसा एप्लीकेशन बनाने के लिए ना केवल इंजीनियर बल्कि लाखों डेवलपर्स के साथ-साथ लाखों डॉलर में बनने वाले रिकमेंडेशन इंजन के साथ-साथ मार्केटिंग के लिए करोड़ों रुपए की भी जरूरत होती है। एक्सपर्ट्स की माने तो इन कंपनियों में पैसा लगाना पागलपंती है। बोलो इंडिया में निवेश करने वाले आहा वेंचर्स के पार्टनर अमित कुमार ने कहा है कि भारतीय एप्लीकेशन server के इलावा सुरक्षा और बग्स जैसी दिक्कतों का सामना नहीं कर पा रही है। कई एप्लीकेशन तो नई user का लोड भी नहीं सहन कर पा रही है और क्रैश हो जाती है। दोस्तों यह बात बिल्कुल सच है अगर पर्सनल बात करो तो मैंने जब इन एप्स को चला कर देखा है तो apps में काफी बग्स के साथ वीडियो अपलोड करने में काफी परेशानी आ रही थी। तो मैं ऐसे app को क्यों चलाऊं अपना टाइम क्यों व्यर्थ करो। दोस्तों मैं आपको बता दूं पूरी दुनिया में टिक टॉक के सबसे ज्यादा यूजर भारत में थे। लेकिन जब से भारतीय apps आए हैं तब से ऐसे लोगों की बहुत ज्यादा कमी देखने को मिली है। रिपोर्ट की माने तो भारतीय शॉर्ट वीडियो प्लेटफार्म एप्स को काफी घाटा भी हुआ है। खैर दोस्तों आपको और हमें इससे क्या फर्क पड़ता है। जो app हमें बढ़िया सर्विस देगा। हम तो वही चलाएंगे चाहे वह भारतीय हो या चाइनीस। क्यों दोस्तों सही कहा ना।
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