देश में लगातार कोरोनावायरस के प्रकोप बढ़ते ही जा रहे है। लेकिन क्या आपके मन में कभी यह सवाल नहीं आया अगर कोरोनावायरस की वैक्सीन या दवा अभी तक नहीं बनी है तो कोरोनावायरस के मरीज ठीक कैसे हो रहे हैं। इस पोस्ट में हम आपको ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब देते हैं।
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Who विश्व स्वास्थ्य संगठन की माने तो करोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा 60 साल या उससे अधिक उम्र के व्यक्ति में है। 200 से भी ज्यादा देश कोरोनावायरस की चपेट में है। पूरी दुनिया में कोरोनावायरस के तीन करोड़ से ज्यादा लोग चपेट में आए हैं। 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी दिन प्रतिदिन कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। भारत में कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या 50 लाख पार हो गई है तो 80 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।अब दोस्तों सवाल उठता है अगर किसी भी देश ने अब तक अगर कोरोनावायरस की वैक्सीन नहीं बनाई है तो इतने मरीज ठीक कैसे हो रहे हैं।
यह भी पढ़ें-सुंदर पिचाई की 1 दिन की सैलरी से लेकर। तमिलनाडु की गलियों से गूगल कंपनी के ceo बनने तक का सफर।कोरोनावायरस के इलाज को लेकर who का कहना है अब तक कोई वैक्सिंग नहीं है हर एक देश लगातार करोना वायरस की वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं। फिलहाल जो लोग कोरोनावायरस से संक्रमित होकर मरीज अस्पताल में भर्ती है उनका इलाज लक्षण के आधार पर हो रहा है। अलग-अलग लक्षण वाले मरीजों को अलग-अलग तरह के ट्रीटमेंट दिए जा रहे हैं। साधारण खांसी , बुखार या हल्के जुखाम के लक्षण होने पर जरूरी नहीं है कि अस्पताल में मरीज को भर्ती कराया जाए। उन्हें दवाई देकर घर में ही आराम करने की हिदायत दी गई है। लेकिन अगर किसी मरीज को अमोनिया, सांस लेने में परेशानी, दिल की बीमारी ऐसी ही कोई जानलेवा बीमारी हो तो मरीज को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने की हिदायत दी गई है। मरीजों को लक्षण के आधार पर दवाई दी जाती है । और इस बीमारी से लड़ने में उनका इम्यून सिस्टम ही मदद करता है। मरीजों को अस्पताल में इस लिए भर्ती किया जाता है ताकि वायरस दूसरों तक ना पहुंचे।
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बेहद गंभीर लक्षण वाले मरीज को ऑक्सीजन मास्क लगाया जाता है। और अगर हालत बिगड़ती है तो मरीज को वेंटीलेटर पर रखा जाता है। एक्सपर्ट की मानें तो चार कोरोनावायरस के मरीजों में से एक मरीज गंभीर हालत में होता है जिस कारण से उस मरीज को वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत होती है ।अब तो आप समझ ही गए होंगे। करोना वायरस के मरीजों का इलाज सिर्फ लक्षण के आधार पर हो रहा है। अगर आपको इस बीमारी से जीतना है तो आपको अपना इम्यून सिस्टम मजबूत होना चाहिए ।इसीलिए अपने खान पान पर ध्यान दें। तभी आप इस बीमारी से जीत पाएंगे। fellow blog
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Please fellow and support.thanks